इस्लाम में वुज़ू कैसे करें ( 10 Steps of wudu hindi )
इस्लाम में वुज़ू (Wudu) इबादत की बुनियाद है। यह सिर्फ शारीरिक सफाई ही नहीं बल्कि रूहानी (spiritual) सफाई भी है। अल्लाह तआला कुरआन में फ़रमाता है –
“ऐ ईमान वालो! जब तुम नमाज़ के लिए खड़े हो तो अपने चेहरे और हाथों को कुहनियों तक धो लो और अपने सिर का मसह करो और टखनों तक पाँव धो लो।”
(सूरह अल-माइदा, 5:6)
यह आयत साफ बताती है कि नमाज़ से पहले वुज़ू करना ज़रूरी है।
रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलय्हि वसल्लम ने फरमाया – “बिना वुज़ू के कोई नमाज़ क़बूल नहीं होती।” (सहीह मुस्लिम)
वुज़ू करने का तरीका ( 10 Steps of wudu hindi )
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बिस्मिल्लाह कहें (Bismillah)
वुज़ू की शुरुआत अल्लाह का नाम लेकर करें। -
हाथ धोना (3 बार)
दोनों हाथों को कलाई तक अच्छी तरह तीन-तीन बार धोएं। -
मुँह कुल्ला करना (3 बार)
पानी को मुँह में डालकर कुल्ला करें। -
नाक साफ करना (3 बार)
पानी को नाक में चढ़ाकर साफ करें। -
चेहरा धोना (3 बार)
माथे से ठुड्डी और कान से कान तक पूरा चेहरा धोएं। -
दायाँ हाथ धोना (3 बार)
उँगलियों से लेकर कोहनी तक दायाँ हाथ धोएं। -
बायाँ हाथ धोना (3 बार)
उँगलियों से लेकर कोहनी तक बायाँ हाथ धोएं। -
सिर और कानों का मसह (1 बार)
गीले हाथों से पूरे सिर और कानों का मसह करें। -
दायाँ पैर धोना (3 बार)
टखनों तक दायाँ पैर धोएं। -
बायाँ पैर धोना (3 बार)
टखनों तक बायाँ पैर धोएं।
वुज़ू के बाद की दुआ ( 10 Steps of wudu hindi )
अरबी:
أَشْهَدُ أَنْ لَا إِلٰهَ إِلَّا اللّٰهُ وَحْدَهُ لَا شَرِيْكَ لَهُ، وَأَشْهَدُ أَنَّ مُحَمَّدًا عَبْدُهُ وَرَسُوْلُهُ
हिंदी अर्थ:
“मैं गवाही देता हूँ कि अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं, वह अकेला है और उसका कोई शरीक नहीं। और मैं गवाही देता हूँ कि मुहम्मद सल्लल्लाहु अलय्हि वसल्लम उसके बंदे और रसूल हैं।”
Hinglish (Transliteration):
Ash-hadu an la ilaha illAllahu wahdahu la sharika lahu, wa ash-hadu anna Muhammadan abduhu wa rasuluhu
हदीस में आता है कि जो व्यक्ति वुज़ू के बाद यह दुआ पढ़े, उसके लिए जन्नत के आठों दरवाज़े खोल दिए जाते हैं। (सहीह मुस्लिम)
वुज़ू के फायदे ( 10 Steps of wudu hindi )
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रूहानी सफाई: वुज़ू गुनाहों को मिटा देता है। हदीस में है कि जब मुसलमान वुज़ू करता है, उसके गुनाह पानी के साथ बह जाते हैं।
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जिस्मानी सफाई: यह इंसान को हर वक्त पाक-साफ रखता है।
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ज़ेहनी सुकून: वुज़ू करने से ठंडक और ताज़गी मिलती है, जिससे ग़ुस्सा और तनाव कम होता है।
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नमाज़ की तैयारी: वुज़ू से इंसान पूरी तरह अल्लाह के सामने खड़े होने के लिए तैयार होता है।
वुज़ू और साइंस ( 10 Steps of wudu hindi )
इस्लाम में वुज़ू सिर्फ इबादत की तैयारी नहीं बल्कि सेहत के लिहाज़ से भी बहुत फायदेमंद है। आधुनिक साइंस बताती है कि दिन में कई बार हाथ, चेहरा और पैर धोना बैक्टीरिया और कीटाणुओं को दूर करता है, जिससे बीमारियों का ख़तरा कम होता है। नाक और मुँह की सफाई से सांस संबंधी रोगों से बचाव होता है, जबकि सिर और कान का मसह दिमाग़ को ठंडक और आराम देता है। इस तरह वुज़ू न केवल रूहानी बल्कि जिस्मानी सेहत के लिए भी बेहद फ़ायदेमंद है।
वुज़ू न केवल आत्मिक सफाई का ज़रिया है, बल्कि विज्ञान के अनुसार यह शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। CDC के वर्णनानुसार, बार-बार हाथ धोने से इंफेक्शनों और बीमारियों के फैलाव में भारी कमी आता है—जैसे दस्त की घटनाएँ 23–40% तक और श्वसन रोग 16–21% तक कम हो जाते हैं
इसके अलावा, हालिया अध्ययन बताते हैं कि वुज़ू के पानी से जुड़े कदम—जैसे हाथ, मुँह और चेहरे की सफाई—रूचिकर “जल चिकित्सा” (water therapy) के रूप में काम कर सकते हैं, जो मानसिक तनाव को कम कर, दिमाग को शांत और मन को तरोताज़ा करता है
इस प्रकार वुज़ू एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी एक शक्तिशाली शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य साधन है।
वुज़ू और विज्ञान Science of Wudu ( 10 Steps of wudu hindi )
वुज़ू सिर्फ आध्यात्मिक पवित्रता का हिस्सा नहीं है, बल्कि आधुनिक विज्ञान भी इसके फायदे साबित करता है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से वुज़ू के फायदे
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हाथ धोना (Hand Washing):
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CDC के अनुसार, हाथ धोने से दस्त की बीमारियाँ 23–40% तक और श्वसन रोग 16–21% तक कम हो जाते हैं।
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यह बैक्टीरिया और वायरस के फैलाव को रोकने का सबसे आसान तरीका है।
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मुँह और नाक की सफाई (Oral & Nasal Hygiene):
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रिसर्च बताती है कि नाक की सफाई (nasal irrigation) से सर्दी-जुकाम और सांस की बीमारियों से बचाव होता है।
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मुँह की कुल्ली करने से oral bacteria कम होते हैं और दाँत व मसूड़े स्वस्थ रहते हैं।
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चेहरा धोना (Face Washing):
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बार-बार चेहरा धोने से त्वचा पर जमा धूल और कीटाणु हटते हैं, जिससे acne और skin infection कम होते हैं।
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सिर और कान का मसह (Head & Ear Wiping):
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Ecotherapy studies दिखाती हैं कि ठंडे पानी का संपर्क nervous system को relax करता है, जिससे तनाव और गुस्सा कम होता है।
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पैर धोना (Feet Washing):
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पैरों की सफाई fungal infection और skin problems से बचाती है।
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यह blood circulation को बेहतर बनाता है, खासकर उन लोगों के लिए जो लंबे समय तक खड़े रहते हैं।
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आधुनिक वैज्ञानिक शोध यह साबित करते हैं कि वुज़ू सिर्फ एक धार्मिक अमल नहीं, बल्कि एक प्राकृतिक थेरैपी (natural therapy) है जो शरीर, मन और आत्मा—तीनों की सफाई और ताजगी का ज़रिया है।
वुज़ू से जुड़ी 5 आम पूछे जाने वाले सवाल FAQ ( 10 Steps of wudu hindi )
1. क्या वुज़ू के बिना नमाज़ पढ़ी जा सकती है?
नहीं, वुज़ू के बिना नमाज़ क़बूल नहीं होती।
2. अगर वुज़ू टूट जाए तो क्या करना चाहिए?
वुज़ू दोबारा करना ज़रूरी है।
3. क्या अंग को एक बार धोना काफी है?
हाँ, लेकिन सुन्नत है कि तीन बार धोया जाए।
4. क्या नेल पॉलिश या मेकअप में वुज़ू हो सकता है?
अगर पानी नाखून या त्वचा तक न पहुँचे तो वुज़ू सही नहीं होगा।
5. क्या वुज़ू छोटे गुनाहों को माफ करता है?
हाँ, हदीस में आया है कि वुज़ू छोटे गुनाहों को धो देता है।
वुज़ू से रिलेटेड वीडियो ( 10 Steps of wudu hindi ) –
दीन मे पाकीज़गी और नमाज़ wudu Quran and Salah in Islam
जज़ाकल्लाह खैर।
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