नमाज़ के 5 अलग-अलग मक़ामात पर सवाब (Prayer Rewards in Islam At 5 Different Location – Authentic Details )
इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि घर में, मोहल्ले की मस्जिद में, मस्जिद-ए-अक्सा, मस्जिद-ए-नबवी और मस्जिद- अल-हरम में नमाज़ अदा करने के क्या-क्या अज्र व सवाब हैं। हदीस शरीफ़ और ऑथेंटिक इस्लामी किताबों के हवाले से यह जानकारी आपके ईमान को मज़बूत करेगी और इबादत की हिम्मत बढ़ाएगी।
1. घर पर नमाज़ का सवाब ( Prayer Rewards in Islam At 5 Different Location)
इस्लाम में फ़र्ज़ नमाज़ जमाअत के साथ मस्जिद में अदा करने की तरगीब दी गई है, लेकिन घर पर अदा की गई नफ़्ल और सुन्नत नमाज़ का भी बड़ा सवाब है। रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
“अपने घरों को कब्रिस्तान न बना दो। नफ़्ल नमाज़ अपने घर में अदा करो।”
— (सहीह बुख़ारी, हदीस 432)
घर में नमाज़ अदा करने से घर में बरकत, रहमत और सुकून उतरता है।
2. मोहल्ले की मस्जिद में जमाअत के साथ नमाज़ ( Prayer Rewards in Islam At 5 Different Location)
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
“जमाअत के साथ नमाज़ अदा करना अकेले नमाज़ पढ़ने से 27 गुना बेहतर है।”
— (सहीह बुख़ारी, हदीस 645)
स्थानीय मस्जिद में नमाज़ अदा करना मुसलमानों के बीच भाईचारा, एकता और अल्लाह की रहमत का सबब बनता है।
3. मस्जिद-ए-अक्सा में नमाज़ का सवाब ( Prayer Rewards in Islam At 5 Different Location)
मस्जिद-ए-अक्सा, जो बैतुल मुक़द्दस (यरूशलम) में है, इस्लाम का तीसरा मुक़द्दस मक़ाम है। रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
“सिर्फ़ तीन मस्जिदों की तरफ सफ़र किया जा सकता है: मस्जिद अल-हरम, मेरी मस्जिद (मदीना) और मस्जिद-ए-अक्सा।”
— (सहीह बुख़ारी, हदीस 1189)
मस्जिद-ए-अक्सा में एक नमाज़ का सवाब 500 नमाज़ के बराबर है। (सुनन इब्न माजा, हदीस 1407)
4. मस्जिद-ए-नबवी में नमाज़ का सवाब ( Prayer Rewards in Islam At 5 Different Location)
मदीना मुनव्वरा में रसूलुल्लाह ﷺ की मस्जिद में नमाज़ अदा करने का सवाब बहुत बड़ा है। हदीस में आता है:
“मेरी इस मस्जिद में अदा की गई नमाज़, मस्जिद अल-हरम के अलावा, दूसरी सभी मस्जिदों की नमाज़ से 1000 गुना बेहतर है।”
— (सहीह बुख़ारी, हदीस 1190)
5. मस्जिद अल-हरम (मक्का मुक़र्रमा) में नमाज़ का सवाब ( Prayer Rewards in Islam At 5 Different Location)
काबा शरीफ़ के पास मस्जिद अल-हरम में नमाज़ अदा करने का सवाब दुनिया की किसी भी मस्जिद से सबसे ज़्यादा है। रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
“इस मस्जिद (मस्जिद अल-हरम) में एक नमाज़ दूसरी मस्जिदों में अदा की गई 100,000 नमाज़ से बेहतर है।”
— (सुनन इब्न माजा, हदीस 1406)
5 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल FAQ ( Prayer Rewards in Islam At 5 Different Location)
Q1. क्या घर में नमाज़ पढ़ने का भी सवाब है?
हाँ, ख़ास तौर पर नफ़्ल और सुन्नत नमाज़ का घर में अदा करना सुन्नत है और इसमें बरकत है।
Q2. जमाअत के साथ नमाज़ पढ़ने का क्या फ़ायदा है?
जमाअत में पढ़ी गई नमाज़ अकेले नमाज़ से 27 गुना ज़्यादा सवाब रखती है।
Q3. मस्जिद-ए-अक्सा का क्या दर्जा है?
यह इस्लाम का तीसरा मुक़द्दस मक़ाम है और इसमें एक नमाज़ का सवाब 500 नमाज़ के बराबर है।
Q4. मस्जिद-ए-नबवी ﷺ में नमाज़ का सवाब कितना है?
1000 गुना, दूसरी मस्जिदों की नमाज़ के मुक़ाबले (मस्जिद अल-हरम को छोड़कर)।
Q5. मस्जिद अल-हरम में नमाज़ का सवाब सबसे ज़्यादा क्यों है?
क्योंकि यहाँ एक नमाज़ का सवाब 100,000 नमाज़ के बराबर है और यह काबा शरीफ़ के पास अदा होती है।
जज़ाकल्लाह खैर।
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