सौ बार तौबा की सुन्नत (The Prophet repents 100 times a day- Authentic Details)

The Prophet repents 100 times a day

सौ बार तौबा की सुन्नत (The Prophet repents 100 times a day) इस्लाम इंसान को हमेशा अल्लाह तआला की तरफ़ लौटने और अपने गुनाहों से माफी माँगने की तालीम देता है। तौबा का मतलब है गुनाह पर नादिम होकर अल्लाह से माफी माँगना और भविष्य में उस गुनाह को न करने का पक्का इरादा करना। … Read more