जन्नत की चार अफ़ज़ल ख़्वातीन ( 4 women of Paradise in Islam hindi – Authentic Details)

जन्नत की चार अफ़ज़ल ख़्वातीन ( 4 women of Paradise in Islam hindi )

4 women of Paradise in Islam hindi

 

 

 

 

 

 

 

इस्लाम की तारीख़ में कुछ ऐसी मुबारक हस्तियाँ गुज़री हैं जिनको अल्लाह तआला ने दुनिया व आख़िरत में बुलंद मुक़ाम अता फ़रमाया। हदीस-ए-मुबारक में रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलय्हि वसल्लम ने फ़रमाया कि जन्नत की अफ़ज़ल तरीन औरतें चार हैं — सय्यिदा ख़दीजा बिन्त ख़ुवैलिद रदिअल्लाहुताला अन्हा  , सय्यिदा फ़ातिमा बिन्त मुहम्मद रदिअल्लाहुताला अन्हा, सय्यिदा मरियम बिन्त इमरान रदिअल्लाहुताला अन्हा, और सय्यिदा आसिया बिन्त मज़ाहिम रदिअल्लाहुताला अन्हा। ये चारों अपनी इबादत, सब्र, ईमान और अख़लाक़ में सारी औरतों पर क़ियामत तक हावी रहेंगी।

सय्यिदा ख़दीजा बिन्त ख़ुवैलिद रदिअल्लाहुताला अन्हा (4 women of Paradise in Islam hindi)

आप रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलय्हि वसल्लम की पहली ज़ौजा और सबसे पहले इस्लाम क़ुबूल करने वाली शख़्सियत थीं। जब नबूवत की पहली वह़ी नाज़िल हुई और हज़रत रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलय्हि वसल्लम का दिल काँप रहा था, तो उन्होंने बड़े इत्मिनान से फ़रमाया –

“वल्लाही, अल्लाह आपको कभी रुस्वा न करेगा, आप रिश्तों को जोड़ते हैं, मज़लूम की मदद करते हैं और मेहमानों की ख़िदमत करते हैं।” (सहीह अल-बुख़ारी)

ख़दीजा रदिअल्लाहुताला अन्हा ने अपना पूरा माल व दौलत इस्लाम की ख़िदमत में लगा दिया। हज़रत जिब्रील अ.स. ने अल्लाह की तरफ़ से उनका सलाम पैग़ंबर रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलय्हि वसल्लमतक पहुँचाया और जन्नत में मोती का महल देने की ख़ुशख़बरी दी (सहीह अल-बुख़ारी, किताब बद्अल-वह़ी)।

सय्यिदा फ़ातिमा बिन्त मुहम्मद रदिअल्लाहुताला अन्हा (4 women of Paradise in Islam hindi)

फ़ातिमा, रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलय्हि वसल्लम की सबसे प्यारी बेटी, जिन्हें “सय्यिदा-ए-निसा-ए-अहलुल-जन्ना” का ख़िताब मिला। आप अपनी सादगी, तक़वा और सब्र के लिए मशहूर थीं। हदीस में है-

“फ़ातिमा मेरे जिस्म का हिस्सा है, जो उसको दुख पहुँचाएगा, उसने मुझे दुख पहुँचाया।” (सहीह अल-बुख़ारी, किताब अल-मनाक़िब)

आप हमेशा अपने वालिद के साथ खड़ी रहीं, मुश्किल वक़्त में सहारा बनीं और ईमान व इबादत में बे-मिसाल मिसाल क़ायम की।

सय्यिदा मरियम बिन्त इमरान रदिअल्लाहुताला अन्हा (4 women of Paradise in Islam hindi)

क़ुरआन में अल्लाह तआला ने फ़रमाया –

“ऐ मरियम! अल्लाह ने तुम्हें चुना, पाक बनाया और सारे जहान की औरतों पर अफ़ज़ल किया।” (सूरह आल-इमरान 3:42)

मरियम रदिअल्लाहुताला अन्हा ने बे-शौहर नबी ईसा अलैहिस्सलाम को अल्लाह के हुक्म से जन्म दिया, और हर इम्तेहान में सब्र व रज़ा का नमूना पेश किया। पैग़ंबर रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलय्हि वसल्लम ने फ़रमाया-

“दुनिया की औरतों में अफ़ज़ल मरियम बिन्त इमरान हैं, और इस उम्मत की औरतों में अफ़ज़ल ख़दीजा बिन्त ख़ुवैलिद।” (सहीह अल-बुख़ारी, किताब अह़ादीस अल-अंबिया)

सय्यिदा आसिया बिन्त मज़ाहिम रदिअल्लाहुताला अन्हा (4 women of Paradise in Islam hindi)

आप मिस्र के ज़ालिम बादशाह फिरऔन की बीवी थीं, मगर ईमान में पहाड़ से भी मज़बूत रहीं। जब फिरऔन ने उन्हें अज़ीयत दी, तो उन्होंने अल्लाह से दुआ की –

“ऐ मेरे रब! मेरे लिए अपने पास जन्नत में एक घर बना दे, और मुझे फिरऔन और उसके अमल से नजात दे।” (सूरह अत-तहरीम 66:11)

आसिया रदिअल्लाहुताला अन्हा का ईमान, सब्र और अल्लाह से वफ़ादारी, इस बात की दलील है कि हालात चाहे कैसे भी हों, बंदा अपने रब का दामन नहीं छोड़ता।

पाँच अक्सर पूछे जाने वाले सवाल FAQ (4 women of Paradise in Islam hindi)

1. जन्नत की चार अफ़ज़ल ख़्वातीन कौन हैं?
रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलय्हि वसल्लम के फ़रमान के मुताबिक़, जन्नत की चार अफ़ज़ल तरीन औरतें हैं- सय्यिदा ख़दीजा बिन्त ख़ुवैलिद रदिअल्लाहुताला अन्हा, सय्यिदा फ़ातिमा बिन्त मुहम्मद रदिअल्लाहुताला अन्हा, सय्यिदा मरियम बिन्त इमरान रदिअल्लाहुताला अन्हा और सय्यिदा आसिया बिन्त मज़ाहिम रदिअल्लाहुताला अन्हा। (मुस्नद अहमद, सुनन नसायी)

2. सय्यिदा ख़दीजा रदिअल्लाहुताला अन्हा को कौन सा ख़ास मुक़ाम मिला?
वो पहली ख़ातून थीं जिन्होंने इस्लाम क़ुबूल किया, अपने माल व दौलत से रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलय्हि वसल्लम की मदद की, और जिब्रील अ.स. ने अल्लाह की तरफ़ से उनका सलाम पेश किया और जन्नत में मोती का महल देने की बशारत दी। (सहीह अल-बुख़ारी)

3. सय्यिदा फ़ातिमा रदिअल्लाहुताला अन्हा को क्यों “सय्यिदा-ए-निसा-ए-अहलुल-जन्ना” कहा गया?
उनकी सादगी, तक़वा, सब्र और वालिद रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलय्हि वसल्लम से मोहब्बत की मिसालें बे-मिसाल हैं। हदीस में है: “फ़ातिमा मेरे जिस्म का हिस्सा है, जो उसे दुख पहुँचाएगा, उसने मुझे दुख पहुँचाया।” (सहीह अल-बुख़ारी)

4. सय्यिदा मरियम रदिअल्लाहुताला अन्हा की अफ़ज़लियत कुरआन में कैसे बयान हुई?
कुरआन (आल-इमरान 3:42) में अल्लाह ने फरमाया: “ऐ मरियम! अल्लाह ने तुम्हें चुना, पाक बनाया और सारे जहान की औरतों पर अफ़ज़ल किया।”

5. सय्यिदा आसिया रदिअल्लाहुताला अन्हा का सबसे बड़ा सबक़ क्या है?
ज़ालिम फिरऔन की बीवी होते हुए भी उन्होंने ईमान नहीं छोड़ा और अल्लाह से जन्नत में घर की दुआ की। यह हमें सिखाता है कि ईमान हर हाल में क़ायम रहना चाहिए। (सूरह अत-तहरीम 66:11)

जज़ाकल्लाह खैर। अल्लाह सुब्हानवताला इस कोशिश में हुई छोटी बड़ी गलती को माफ़ करे  – आमीन ।

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