जन्नत की बशारत पाए हुए 10 सहाबा ( Heaven guaranteed – Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi )

जन्नत की बशारत पाए हुए 10 सहाबा ( Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi )

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Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi

इस्लामी तारीख में ऐसे कई अज़ीम सहाबा-ए-किराम रदिअल्लाहुतालाअन्हु   गुज़रे हैं जिन्होंने अपनी ज़िंदगी इस्लाम के लिए वक़्फ़ कर दी। लेकिन कुछ खुश-नसीब ऐसे भी थे जिन्हें रसूलुल्लाह  सल्लाहअलैहिवसल्लम ने दुनिया में ही जन्नत की खुशख़बरी ( बशारत) दे दी थी। इन्हें “अशरा मुबश्शरा” कहा जाता है — यानी वे दस सहाबा जिन्हें जन्नत की गारंटी दी गई। सुब्हानल्लाह ।

1. अबू बक्र अस-सिद्दीक रदिअल्लाहुतालाअन्हु ( Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi )

  • इस्लाम कबूल करने वाले पहले ( मर्दों में )।

  • हिजरत के साथी और ग़ार-ए-सौर के हमसफ़र।

  • पहले खलीफा और सिद्दीक की खिताब से नवाज़े गए।

2. उमर इब्न अल-ख़त्ताब रदिअल्लाहुतालाअन्हु ( Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi )

  • दुसरे खलीफा और इस्लामी हुकूमत को बेहद मजबूत किया।

  • इस्लाम लाने से पहले दुश्मन थे, बाद में अज़ीम मुजाहिद बन गए।

  • “अल-फ़ारूक़” — हक़ और बातिल में फ़र्क़ करने वाले।

3. उस्मान इब्न अफ़्फ़ान रदिअल्लाहुतालाअन्हु ( Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi )

  • तीसरे खलीफा।

  • रसूलुल्लाह सल्लाहअलैहिवसल्लम की दो बेटियों से निकाह किया, इसलिए “ज़ुन-नूरैन” कहलाए।

  • कुरआन की तदवीन और तक्सीम में बड़ा किरदार।

4. अली इब्न अबी तालिब रदिअल्लाहुतालाअन्हु ( Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi )

  • रसूलुल्लाह सल्लाहअलैहिवसल्लम के चचाज़ाद भाई और दामाद।

  • चौथे खलीफा।

  • शुजाअत और इल्म के लिए मशहूर।

5. अब्दुर रहमान इब्न औफ़ रदिअल्लाहुतालाअन्हु ( Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi )

  • इस्लामी बिजनेस और सखावत में मिसाल।

  • ग़ज़वा-ए-बदर, उहुद में शामिल रहे।

  • मदीना में बहुत से गरीबों की मदद की।

6. सअद इब्न अबी वक़्कास रदिअल्लाहुतालाअन्हु ( Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi )

  • इस्लाम कबूल करने वाले पहले दस में शामिल।

  • ग़ज़वा-ए-बदर के मुजाहिद और बेहतरीन तीरंदाज़।
  • ईरान की फ़तह में अहम किरदार।

7. अबू उबैदा इब्न अल-जर्राह रदिअल्लाहुतालाअन्हु ( Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi )

  • उम्मत के “अमीन” — भरोसेमंद।

  • कई जंगी मुहिमों के सरदार।

  • उमर रदिअल्लहुतालाअन्हु ने आपको खलीफा बनने के क़ाबिल समझा था।

8. तल्हा इब्न उबैदुल्लाह रदिअल्लाहुतालाअन्हु ( Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi )

  • ग़ज़वा-ए-उहुद में रसूलुल्लाह सल्लाहअलैहिवसल्लम की हिफ़ाज़त करते हुए ज़ख़्मी हुए।

  • “शहीद-ए-ज़िंदा” कहा गया।

  • बेहद मिलनसार और बहादुर।

9. ज़ुबैर इब्न अल-अव्वाम रदिअल्लाहुतालाअन्हु ( Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi )

  • रसूलुल्लाह सल्लाहअलैहिवसल्लम के रिश्तेदार और बेहतरीन मुजाहिद।

  • हर बड़ी जंग में शरीक रहे।

  • तल्हा रदिअल्लहुतालाअन्हु के साथ जन्नत की खुशख़बरी पाई।

10. सईद इब्न ज़ैद रदिअल्लाहुतालाअन्हु ( Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi )

  • उम्मत के पहले मुसलमानों में से एक।

  • ग़ज़वा-ए-दमिश्क और यरमूक में हिस्सा लिया।

  • आपके वालिद इस्लाम से पहले ही तौहीद याने एक रब पर यकीन करते थे।

हदीस:

रसूलुल्लाह सल्लाहअलैहिवसल्लम ने फ़रमाया –

“अबू बक्र जन्नती है, उमर जन्नती है, उस्मान जन्नती है, अली जन्नती है, तल्हा जन्नती है, ज़ुबैर जन्नती है, अब्दुर रहमान इब्न औफ़ जन्नती है, सअद इब्न अबी वक़्कास जन्नती है, सईद इब्न ज़ैद जन्नती है और अबू उबैदा जन्नती है.” – (तिर्मिज़ी)

सहाबा से जुड़े वीडियो –

ASHARAH MUBASHARAH, 10 JANNATI SAHABA

क्या पहले सिर्फ कमज़ोर या मजलूम तबका ईमान लाया था? The First 10 muslim sahabi

FAQs  – Ashra Mubashra

1. अशरा मुबश्शरा (Ashra Mubashra) क्या है?

जवाब –  “अशरा मुबश्शरा”  उन दस सहाबा-ए-किराम  को कहा जाता है जिन्हें रसूलुल्लाह ﷺ ने ज़िंदगी में ही जन्नत की बशारत (खुशखबरी) दी थी। यह लफ़्ज़ दो अरबी अल्फ़ाज़ से बना है — ‘Ashra’ यानी दस और ‘Mubashra’ यानी जिनको बशारत दी गई।

2. इन दस सहाबा को जन्नत की बशारत क्यों दी गई थी?

जवाब – इन सहाबा ने इस्लाम के लिए बेपनाह कुर्बानियाँ, ईमान में सख़्ती, और रसूलुल्लाह ﷺ के साथ वफ़ादारी का ऐसा सबूत दिया कि अल्लाह तआला ने अपने नबी ﷺ के ज़रिये उन्हें जन्नत का वादा फ़रमाया। ये सब ग़ज़वात (जंगे) और दीन की खिदमत में हमेशा आगे रहे।

3. क्या अशरा मुबश्शरा के नाम किसी हदीस में वाजेह तौर पर आए हैं?

जवाब – जी हाँ, तिर्मिज़ी, अबू दाऊद, और मुस्तदरिक हाकिम जैसी कई हदीस की किताबों में ये नाम तफ़्सील से दर्ज हैं।

रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया – “अबू बक्र जन्नती हैं, उमर जन्नती हैं, उस्मान जन्नती हैं…” और यूं करके दसों नाम बयान किए गए हैं।

4. क्या अशरा मुबश्शरा के इलावा और भी लोग हैं जिन्हें जन्नत की बशारत मिली?

जवाब – जी हाँ, कुछ दूसरे सहाबा और सहाबियात (जैसे हज़रत बिलाल र., खदीजा र., फातिमा र. आदि) को भी जन्नत की बशारत दी गई है, लेकिन अशरा मुबश्शरा वो दस हैं जिनका ज़िक्र एक ही हदीस में एक साथ आया है।

5. इन सहाबा की ज़िंदगी से हमें क्या सीख मिलती है?

जवाब – इनकी ज़िंदगी हमें तौहीद, सब्र, इस्लामी अख़्लाक़, इख़लास, और कुर्बानी का सबक देती है। अगर हम भी उनके नक्शे-क़दम पर चलें तो उम्मीद है अल्लाह तआला हमें भी जन्नत अता फरमाएंगे आमीन।

जज़ाकल्लाह खैर। अल्लाह सुब्हानवताला इस कोशिश में हुई छोटी बड़ी गलती को माफ़ करे  – आमीन ।

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