रोज़ा ए रसूल ( 6 Things to Know About the Prophet Grave – Authentic Details )

6 Things to Know About the Prophet Grave

रोज़ा ए रसूल ( 6 Things to Know About the Prophet Grave ) पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) का रोज़ा मुबारक मदीना शरीफ़ की मस्जिद-ए-नबवी के अंदर मोजूद है। इसका गुंबद सन 1817 में तामीर हुआ था और 1837 में उस्मानी सुल्तान महमूद के ज़माने में इसे हरा रंग दिया गया। यह मकाम मुसलमानों के … Read more

कुरान के नाम ( 10 Other Names Of the Quran in Hindi – Beautiful & Blessed names )

10 Other Names Of the Quran in Hindi

कुरान के नाम ( 10 Other Names Of the Quran in Hindi )           कुरान को अलग-अलग नामों से पुकारा गया है, जो इसके अलग-अलग पहलुओं को बेहतर तरीके से दर्शाते हैं। इन नामों के ज़रिए कुरान अपनी हिदायत, रोशनी, सच्चाई और रहमत जैसी खूबियों  को बयान करता है। 1. Al-Qur’an … Read more

सहीह बुखारी हदीश नंबर 8 ( Authentic Sahih Al Bukhari Hadith 8 in Hindi )

Sahih Al Bukhari Hadith 8 in Hindi

सहीह बुखारी हदीश नंबर 8 ( Authentic Sahih Al Bukhari Hadith 8 in Hindi )     सहीह बुखारी हदीश नंबर 8 ( Sahih Al Bukhari Hadith 8 in Hindi ) हज़रते अबू हुरैरा रदिअल्लाहु ताला अन्हु से रिवायत है – ” रसूलुल्लाह सल्लाहु अलय्हि वसल्लम ने फ़रमाया , ‘ईमान साठ से अधिक शाखाओं (यानी … Read more

जहन्नम के सात दरजात ( 7 Levels of Jahannam Hindi – Authentic Details )

7 Levels of Jahannam Hindi

जहन्नम के सात दरजात ( 7 Levels of Jahannam Hindi ) इस्लाम में आख़िरत का यक़ीन एक बुनियादी अकीदा है। यही यक़ीन इंसान को नेक आमाल की तरफ़ राग़िब करता है और बुरे कामों से दूर रहने की नसीहत देता है। क़ुरआन-ए-मजीद और हज़रत मुहम्मद सल्लाहु अलय्हि वसल्लम की हदीसों में जहन्नम के तफ़सीलात बार-बार … Read more

इस्लामी हिजरी कैलेंडर ( 12 Islamic mahino ke naam hindi – Auspicious & Special Hijri Calendar )

12 Islamic mahino ke naam hindi

इस्लामी हिजरी कैलेंडर ( 12 Islamic mahino ke naam hindi – Hijri Calendar ) हिजरी कैलेंडर का तआरुफ़ ( 12 Islamic mahino ke naam hindi ) हिजरी या इस्लामी कैलेंडर एक चांद पर मबनी निज़ाम है, जिसे तमाम मुसलमानों की इबादात, रोज़े, हज, ईद और दीगर मज़हबी मौक़ों की तारीख़ों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। … Read more

सहीह बुखारी हदीश नंबर 7 ( Authentic Sahih Al Bukhari Hadith 7 in Hindi )

Sahih Al Bukhari Hadith 7

सहीह बुखारी हदीश नंबर 7 ( Sahih Al Bukhari Hadith 7 in Hindi ) हज़रते अब्दुल्लाह बिन उमर रदिअल्लाहुताला अन्हु से रिवायत है – अल्लाह के रसूल मुहम्मद सल्लाहु अलय्हि वसल्लम ने फरमाया – इस्लाम पाँच उसूलों पर आधारित है – यह गवाही देना कि अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं, और मुहम्मद सल्लाहु अलय्हि … Read more

इस्लाम के पहले चार खलीफा ख़ुलफ़ा-ए-राशिदीन ( The Great Khulfa e Rashideen First 4 khalifa of islam Hindi )

Khulfa e Rashideen First 4 khalifa of islam Hindi

इस्लाम के पहले चार खलीफा ख़ुलफ़ा-ए-राशिदीन ( Khulfa e Rashideen First 4 khalifa of islam Hindi ) इस्लामी तारीख़ में नबूवत ए रसूल सल्लाहुअलय्हिवसल्लम के बाद, सबसे रौशन और पाक़ दौर वह था जब हज़रत मुहम्मद सल्लाहुअलय्हिवसल्लम के विसाल के बाद चार ख़ुलफ़ा-ए-राशिदीन ने इस्लामी उम्मत की रहनुमाई की। इन चारों खलीफाओं  को “ख़ुलफ़ा-ए-राशिदीन” (Rightly Guided Caliphs) … Read more

उलुल अज़्म पैग़म्बर: इस्लाम के पांच अज़ीम तरीन रसूल ( 5 Great Prophets The Ulul Azm Hindi )

5 Great Prophets The Ulul Azm Hindi

उलुल अज़्म पैग़म्बर: इस्लाम के पांच अज़ीम तरीन रसूल ( 5 Great Prophets The Ulul Azm Hindi ) इस्लामी तारीख़ में कुछ अम्बिया ऐसे हैं जिनकी अज्म , सब्र , और इस्तेक़ामत (दृढ़ता) की मिसाल दी जाती है। इन्हें “उलुल अज़्म मिनर्रुसुल” कहा जाता है, यानी वो रसूल जो अल्लाह सुब्हानवताला की तरफ़ से दी … Read more

जन्नत की बशारत पाए हुए 10 सहाबा ( Heaven guaranteed – Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi )

Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi

जन्नत की बशारत पाए हुए 10 सहाबा ( Ashra Mubashra 10 Jannati sahaba hindi ) इस्लामी तारीख में ऐसे कई अज़ीम सहाबा-ए-किराम रदिअल्लाहुतालाअन्हु   गुज़रे हैं जिन्होंने अपनी ज़िंदगी इस्लाम के लिए वक़्फ़ कर दी। लेकिन कुछ खुश-नसीब ऐसे भी थे जिन्हें रसूलुल्लाह  सल्लाहअलैहिवसल्लम ने दुनिया में ही जन्नत की खुशख़बरी ( बशारत) दे दी … Read more

सीरिया (शाम) से नबियों का रिश्ता ( Islamic history of Syria Hindi )

Virtues of Sham Syria in islam Hindi

सीरिया (शाम) से नबियों का रिश्ता ( Islamic history of Syria Hindi ) शाम जिसे आज हम सीरिया के नाम से जानते हैं, इस्लामी तारीख़ में एक मुक़द्दस सरज़मीन मानी जाती है। कुरआन और हदीस में इस सरज़मीन का ज़िक्र कई बार आया है। यहाँ कई अम्बियाओं ने पैग़ाम-ए-तौहीद दिया, और कुछ की क़ब्रें भी … Read more